बिहार बोर्ड 12 वीं बायोलॉजी के महत्वपूर्ण प्रश्न
1. DNA के वाटसन और क्रिक मॉडल लिखें।
DNA डीऑक्सीराइबो न्यूक्लियोटाइड का बहुलक है जो दो कड़ी के रूप में आपस में सर्पिल रूप से कुंडलित रहता है।
प्रत्येक कड़ी एक दूसरे के प्रति समांतर ( anti parallel)और पूरक( complementary) होते हैं। यदि एक कड़ी की दिशा 5' से 3' है तो दूसरी कड़ी की दिशा 3' से 5' होती है।
प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड में नाइट्रोजनी क्षार , पेंटोज शर्करा एवं फास्फेट अणु होते हैं।
नाइट्रोजनी क्षार दो प्रकार के होते हैं प्यूरीन और पिरामिडिन।
प्यूरीन दो प्रकार के होते हैं एडमिन और गुवानीन पिरामिडिन भी दो प्रकार के होते हैं- साइटोसिन और थायमीन
एक कड़ी के एडेनिन दूसरे कड़ी के थायमिन से आपस में दो हाइड्रोजन बंधन से जबकि गुवानीन इसी प्रकार दूसरे कड़ी के साइटोसीन से तीन हाइड्रोजन बंधन द्वारा जुड़े रहते हैं।
प्रत्येक कड़ी के शर्करा अपने संगत न्यूक्लिटाइड के फास्फेट अणु से फास्फोडायस्टर बंधन से जुड़े रहते हैं। फास्फोडायस्टर बंधन को डीएनए का रीड (backbone of DNA) कहा जाता है।
प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड में शर्करा, नाइट्रोजनी क्षार से ग्लाइकोसिडिक बंधन (Glycosidic bond) द्वारा जुड़े रहते हैं।
प्रत्येक कड़ी के पूर्ण घुमाव की लंबाई 34 अंगस्ट्रम होती है और इसमें 10 न्यूक्लियोटाइड होते हैं, इस प्रकार दो न्यूक्लियोटाइड के बीच की दूरी 3.4 अंगस्ट्रोम या 0. 3 4 nm होती है।
2. न्यूक्लियोटाइड और न्यूक्लियोसाइड में अंतर लिखें।
न्यूक्लियोटाइड नाइट्रोजनी क्षार , पेंटोज शर्करा तथा फास्फेट अणु के बने होते हैं जबकि न्यूक्लियोसाइड नाइट्रोजन क्षार तथा पेंटोज शर्करा के बने होते हैं यानी न्यूक्लियोसाइड में फास्फेट अणु नहीं पाए जाते हैं।
- न्यूक्लियोटाइड = नाइट्रोजनी क्षार + पेंटोज शर्करा + फास्फेट अणु (फास्फोरिक अम्ल)
- न्यूक्लियोसाइड = नाइट्रोजनी क्षार + पेंटोज शर्करा
3. केंद्रीय प्रवाह सिद्धांत(central dogma) क्या है ?
अनुवांशिक सूचनाओं के संचरण की क्रिया विधि कोशिका में DNA से mRNA एवं राइबोजोम में प्रोटीन संश्लेषण क्रिया एकदिशीय होती है , इसी सिद्धांत को केंद्रीय प्रवाह सिद्धांत कहते हैं । इस सिद्धांत को क्रीक ने 1956 में दिया था।
4. न्यूक्लियोजोम( Nucleosome ) क्या है?
- धनावेशित हिस्टोन प्रोटीन के अष्टक और उसके चारों ओर लिपटे हुए ऋण आवेशित DNA को सामूहिक रूप से न्यूक्लियोजोम कहते हैं ।
- हिस्टोन प्रोटीन में क्षारीय अमीनो अम्ल आर्जिनीन और लाइसिन पाए जाते हैं जिस कारण हिस्टोन प्रोटीन धन आवेशित होते हैं।
- डीएनए में फास्फेट ग्रुप होते हैं जो ऋण आवेशित होते हैं इसलिए डीएनए ऋण आवेशित होते हैं।
- यह धागे से बंधे मोतियों की तरह दिखाई पड़ते हैं।
5.DNA और RNA में अंतर लिखें।
DNA
यह दो कड़ियों (double strand) का बना होता है।
इसमें नाइट्रोजनी क्षार एडेनीन, गुवानीन , साइटोसीन तथा थायमिन होता है।
इसमें डिऑक्सिराइबोस शर्करा पाया जाता है।
इसमें स्व-प्रतिलिपिकरण (self-replication) की क्षमता होती है।
इसमें प्यूरिन की संख्या पिरामिडीन की संख्या के बराबर होता है।
यह केंद्रक , माइटोकॉन्ड्रिया के मैट्रिक्स तथा क्लोरोप्लास्ट के स्ट्रोमा में पाया जाता है।
इसमें अनुवांशिक सूचनाएं संग्रहित रहते हैं।
RNA
RNA
यह एक कड़ी(single strand) का बना होता है।
इसमें नाइट्रोजनी क्षार एडेनीन, गुवानीन , साइटोसीन तथा थायमिन के स्थान पर युरसिल होता है।
इसमें राइबोस शर्करा पाया जाता है।
RNA का निर्माण DNA के रज्जू कड़ी या टेंपलेट स्टैंड पर होता है।
इसमें प्यूरीन की संख्या पिरामिडीन की संख्या के बराबर नहीं होता है।
यह यह केंद्रक , कोशिका द्रव तथा राइबोसोम में पाया जाता है।
यह DNA में मौजूद अनुवांशिक सूचनाओं को कोड के रूप में कॉपी कर प्रोटीन संश्लेषण क्रिया में भाग लेता है।
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