नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी भूगोल ऑनर्स पार्ट थर्ड के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न:- जनसंख्या भूगोल को परिभाषित करें तथा अन्य सामाजिक विज्ञानों से इसके संबंध का वर्णन कीजिए।
उत्तर:- जनसंख्या भूगोल मानव भूगोल की एक नई एवं महत्वपूर्ण शाखा है जिसका संबंध मानव की संख्या और उसके वितरण के विभिन्न पक्षों से है। तथा यह इसके मात्रात्मक एवं गुणात्मक विशेषताओं का अध्ययन करता है। निम्न भूगोल नेताओं ने जनसंख्या भूगोल को निम्न रूप से परिभाषित किया है:-
A. जीटी ट्रिवर्था
जनसंख्या भूगोल मानव का अध्ययन है जो क्षेत्रीय विशेषताओं एवं विभिन्नताओं को निर्धारित करने वाला प्रमुख कारक है। यह पृथ्वी के बसे हुए भाग की प्रादेशिक विभिन्नताओं को समझने में निहित है।
B. जॉन आई क्लार्क
जनसंख्या भूगोल जनसंख्या के वितरण, संगठन, प्रवास तथा वृद्धि आदि की क्षेत्रीय विभिन्नताओं को भू क्षेत्र की प्रकृति की विभिन्नताओं से संबंधों की व्याख्या करता है।
C. विल्वर जेलेंस्की
जनसंख्या भूगोल एक ऐसा विज्ञान है जो किसी क्षेत्र की जनसंख्या को उस क्षेत्र की संपूर्ण प्राकृतिक परिस्थितियों के संदर्भ में अध्ययन करता है। ये परिस्थितियां किसी क्षेत्र की भौगोलिक स्वरूपों द्वारा प्रभावित होते हैं।
D. जे ब्युजे गार्नियर
जनसंख्या भूगोल वर्तमान वातावरण के संदर्भ में जनसांख्यिकीय तथ्यों का वर्णन है तथा इसके साथ- साथ उनके कारणों, मूलभूत विशेषताओं तथा संभावित परिणामों की व्याख्या भी करता है।
E. चांदना एवम् सिद्धू
जनसंख्या भूगोल ना केवल जनसंख्या के विभिन्न लक्षणों के क्षेत्रीय तथा सामयिक वितरण तथा अंतरों का वर्णन करता है बल्कि उनके कारण , परिणाम तथा उन सारी प्रक्रियाओं का भी विश्लेषण करता है जो इस प्रकार के वितरण एवं अंतरों को जन्म देते हैं।
जनसंख्या भूगोल का अन्य सामाजिक विज्ञानों से संबंध
1. जनसंख्या भूगोल एवं समाजशास्त्र
जनसंख्या भूगोल एवं समाजशास्त्र जनसंख्या के विभिन्न पक्षों का अध्ययन करते हैं किंतु दोनों का दृष्टिकोण अलग अलग होता है। समाजशास्त्र जनसंख्या की सामाजिक विशेषताओं जैसे - वैवाहिक स्थिति ,साक्षरता ,परिवार ,जाति- धर्म आदि का अध्ययन करता है वही जनसंख्या भूगोल में इन सामाजिक विशेषताओं का अध्ययन क्षेत्रीय विश्लेषण के आधार पर किया जाता है। इस प्रकार समाज विज्ञान की यह दोनों शाखाएं एक दूसरे से संबंधित होते हुए भी अलग-अलग दृष्टिकोण रखता है।
2. जनसंख्या भूगोल एवं अर्थशास्त्र
अर्थशास्त्र भी जनसंख्या का अध्ययन करता है किंतु इसका अध्ययन केवल जनसंख्या के आर्थिक प्रभाव तक सीमित रहता है जबकि जनसंख्या भूगोल आर्थिक क्रियाओं पर जनसंख्या वितरण घनत्व तथा वृद्धि के प्रभाव का अध्ययन करता है। अर्थशास्त्री भूगोल विधि द्वारा बनाए गए मानचित्रों का सहयोग लेता है।
3. जनसंख्या भूगोल एवं इतिहास
इतिहास जनसंख्या का अध्ययन ऐतिहासिक दृष्टिकोण से करता है।यह मनुष्य के सामाजिक आर्थिक सांस्कृतिक तथा राजनीतिक विशेषताओं का अध्ययन समय के संदर्भ में करता है जबकि जनसंख्या भूगोल में इन सब विशेषताओं का अध्ययन समय विशेष के साथ क्षेत्रीय प्रतिरूप में किया जाता है तथा जनसंख्या के स्थानिक समकालीन वितरण प्रारूप एवं परिवर्तन से अपना संबंध रखता है।
4. जनसंख्या भूगोल एवं मानव शास्त्र
मानव शास्त्र का संबंध मानव से है तो ठीक उसी प्रकार जनसंख्या भूगोल मानव संबंधी गणनाओं तथा विशेषताओं का अध्ययन करता है। मानव शास्त्र के अंतर्गत मानव का विकास मानव का व्यक्तिगत विकास मानव प्रजाति के प्रकार एवं उसकी विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है जब की जनसंख्या भूगोल में मानव प्रजातियों का क्षेत्रीय वितरण तथा विभिन्न प्रकार के मानवों का परस्पर तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है।


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