राहत
तू मेरी चाहत तू मेरी राहततू ही सुकून....
तू मेरी धड़कन तू मेरी दर्पण, तू ही जुनून.....
चाहा है जब से तुमको मेरा दिल,
हो गया मेरा जीना तुम बिन मुश्किल.......
रात की तारीकी ढूंढे तुझे हर पल ,
दिल मेरा तड़पे तुम बिन पल पल......
दे दे दवा मेरे दर्द- ए- गम का,
हो ना जाऊं, मैं कहीं पागल........
तू मेरी चाहत तू मेरी धड़कन तू ही सुकून...........
.......... असलम रेजा




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